# मज़रुह सुलतानपुरी: एक प्रतिभावंत गज़लकार -डॉ.नीता पांढरीपांडे.

“मै अकेला ही चला था, ज़ानिबे-मंज़िल मगर लोग साथ आते गये कारवाँ बनता गया जिस तरफ…